प्रेरणादायक (मोटिवेशनल) कहानी —

“छोटे कदम, बड़ी जीत”
कहानी का नाम: छोटे कदम, बड़ी जीत
श्रेणी: प्रेरणादायक / सफलता
कहानी:
एक छोटे से गांव में आरव नाम का लड़का रहता था। वह पढ़ाई में बहुत होशियार नहीं था, खेलों में भी सामान्य था। लेकिन एक चीज़ उसमें खास थी — कभी हार नहीं मानने की आदत।
स्कूल में जब वह गणित में बार-बार फेल होता, तो उसके दोस्त उसका मज़ाक उड़ाते। टीचर तक कहते, “तू मेहनती है, लेकिन दिमाग ज़्यादा चलता नहीं।”
पर आरव ने ठान लिया था कि वो हार नहीं मानेगा। उसने छोटे-छोटे लक्ष्यों को तय किया। पहले पहाड़ जैसे चैप्टर को छोटे भागों में बाँटा, रोज़ एक सवाल हल किया, एक ही टॉपिक पर घंटों अभ्यास किया। धीरे-धीरे उसे मज़ा आने लगा।
छठवीं क्लास में गणित में फेल होने वाला आरव, 10वीं बोर्ड परीक्षा में गणित में 100 में से 100 अंक लाया। गांव के स्कूल में ये पहली बार हुआ था।
जब उससे पूछा गया, “तूने ये कैसे किया?”
तो आरव ने मुस्कुराकर कहा –
“हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा करना शुरू किया, फिर वो आदत बन गई और आदत ने ही मुझे बदल दिया।”
सीख:
✅ सफलता एक दिन में नहीं मिलती, लेकिन हर दिन थोड़ा-थोड़ा करने से ज़रूर मिलती है।
✅ लोग क्या कहते हैं, वो मायने नहीं रखता, आप खुद अपने लिए क्या सोचते हैं, वही सबसे बड़ा मोटिवेशन है।
✅ छोटे कदम उठाइए, बड़ी मंज़िलें खुद-ब-खुद पास आने लगती हैं।